Koshi River
  • होम
  • जानें
  • रिसर्च
  • संपर्क

कोसी नदी अपडेट - कोसी पीड़ित विकास प्राधिकार के तीसरे अध्यक्ष स्वर्गीय डॉ. अब्दुल गफ़ूर से हुई बातचीत के कुछ अंश

  • By
  • Dr Dinesh kumar Mishra
  • March-13-2022
कोसी पीड़ित विकास प्राधिकार के तीसरे अध्यक्ष डॉ. अब्दुल गफ़ूर (अब स्वर्गीय) से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। वह कहते हैं,... मैं पहले तटबन्ध पीड़ित हूं, प्राधिकार का अध्यक्ष बाद में।

पहले जो मूल डिजाइन के हिसाब से कोसी पर तटबन्ध बनने वाले थे, उसके हिसाब से पूर्वी तटबन्ध धेमुरा धार तक था, बनगांव सड़क के नजदीक, और पश्चिमी तटबन्ध को झमटा से होकर गुजरना था। इतना फासला था दोनों तटबन्धों के बीच, और बना क्या? पूरब में महिषी भी तटबन्ध के बाहर और पश्चिम में भन्थी और घोंघेपुर भी तटबन्ध के बाहर। कहां 18 किलो मीटर की डिजाइन की गई दूरी और कहां 8 किलोमीटर का वास्तविक फासला! अब जो तटबन्ध के अन्दर फंसता है, वह तो बरबाद होने के लिये ही वहां रहेगा, यह तो तटबन्ध बनते समय ही तय हो गया था। तब फिर लीपापोती शुरू हुई - घर के बदले घर, जमीन के बदले जमीन, घर पीछे एक आदमी को नौकरी, नाव का इन्तजाम, पुनर्वास में दो से पांच डिसमिल जमीन का प्लाट। गड़बड़ यहीं से शुरू हुई।

जिसने भी पुनर्वास की योजना बनायी हो उसे पता ही नहीं था कि गांव और शहर में कोई फर्क होता है। हम तो एक बार को रह लेंगे पांच डेसिमल में, मगर मुर्गी और बत्तख को कौन समझायेगा कि वह इधर-उधर न जायें। हमारी बकरी और गाय-बैल कहां चरेंगे? लोग टट्टी-पेशाब के लिये कहां जायेंगे? पुनर्वास से सात-आठ किलोमीटर पर खेत हो गये, जहां हल-बैल लेकर किसान जायेगा और उतनी ही दूरी रोज लौटेगा। खेत पर खाना पहुंचाने का काम औरतें या बच्चे करते हैं वह भी रोज उतना ही चलेंगे। फिर पुनर्वास में पानी लग गया तो नब्बे फ़ीसदी लोग पुराने गांव में वापस आ गये। बस हो गया पुनर्वास। इस पुनर्वास की जमीन की सरकार हर साल बन्दोबस्ती करती है खेती के लिये और पैसा अपने पास रख लेती है। लोग वापस अपने गांव क्या चले गये, सरकार जमींदार हो गयी। अब इसमें भी दलाल पैदा हो गये हैं। सालाना नीलामी में खेत ले लेते हैं और दूसरे को दे देते हैं।

मैं कोसी पीड़ित विकास प्राधिकार का तीसरा अध्यक्ष हूं। मुझसे पहले लहटन चौधरी और विनायक प्रसाद यादव इसके अध्यक्ष रह चुके हैं। किसी के समय में कोई काम नहीं हुआ, प्राधिकार को कोई राशि कहीं से नहीं मिली। लहटेन चौधरी के जमाने में कोसी पीड़ित विकास प्राधिकार नाम की एक पुस्तिका छपी थी जिसे आपने देखा होगा। बस वही एक खर्चा हुआ है प्राधिकार के नाम पर। विनायक बाबू के जमाने में वह भी नहीं हुआ और ना ही मेरी अवधि में कुछ हुआ। शंकर प्रसाद टेकरीवाल यहीं सहरसा के रहने वाले हैं और जब वह वित्तमंत्री बने थे तब उन्होंने पांच करोड़ रुपये प्राधिकार के नाम स्वीकृत किया था जिससे कुछ काम होता मगर हमारे यहां पैसा खाते में जमा होने की प्रक्रिया इतनी घटिया और जटिल है कि वह पैसा स्वीकृत होने के बाद भी नहीं मिल पाया। बस उसके बाद फिर कुछ नहीं हुआ और न अब होगा।

एक समय था जब कोसी और उसके तटबन्ध की समस्या सबसे जुदा थी मगर तटबन्ध तो अब सभी छोटी-बड़ी नदियों पर बने हुए हैं और सभी के अन्दर लोग रहते हैं और सबको करीब-करीब एक जैसी मुसीबतें हर साल झेलनी पड़ती है तो फिर अब कोसी में वह पहले वाली खासियत कहां बची हैं? अब अगर कोई पैसा तटबन्ध के अन्दर रहने वालों पर खर्च होगा तो वह सिर्फ कोसी वालों पर क्यों होगा? गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला, या महानंदा के बीच रहने वालों ने क्या गुनाह किया है कि वही सहूलियतें उनको नहीं मिलेंगी? अब अगर कोसी के अन्दर वालों पर कोई खर्च होता है तो सरकार के अन्दर ही बवाल खड़ा हो जायेगा। पहले थोड़ी बहुत उम्मीद थी मगर अब तो कुछ करने के लिये पैसा ही नहीं है। जब कहीं पैसा है ही नहीं तब किस बात के पीड़ित और किस बात का प्राधिकार?

कोसी तटबन्धों के अन्दर अस्सी पंचायतें हैं बीरपुर से लेकर कोपड़िया तक। घनी आबादी वाला इलाका है, एक पंचायत में दस हजार लोग भी हों तो आठ लाख होते हैं। जाकर देख आइये किन हालात में लोग जीते हैं। मरने की दुआएं मांगते हैं पर मौत तो अपने हाथ में नहीं है। एक घर से दूसरे घर में जाने के लिये नाव चाहिये। पूजा करने या नमाज़ पढ़ने जाना हो तो नाव चाहिये, टट्टी-पेशाब के लिये नाव चाहिये। कभी बरसात में आकर हमारी हालत देख जाइये।

कोसी पीड़ितों की समस्या का कोई समाधान नहीं है सिवाय इसके कि बांध खत्म कर दिया जाये। अब यह काम नदी कर देती है तो बहुत अच्छी बात होगी वरना एक न एक दिन तटबन्धों के अन्दर रहने वाले लोग तंग आकर यह काम खुद करेंगे। दूसरी नदियों में तो यह हो भी रहा है जहां बरसात के मौसम में आये दिन तटबन्ध काटा जाता है। मैं यह बात कोसी पीड़ित विकास प्राधिकार का अध्यक्ष होने के बावजूद पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं। मैं पहले तटबन्ध पीड़ित हूं और प्राधिकार का अध्यक्ष उसके बाद। कोसी तटबन्ध ही हमारी समस्या है और अब यही है उसका एकमात्र समाधान।

डॉ. अब्दुल गफूर
ग्राम /पोस्ट - भेलाही वाया महिषी,
जिला सहरसा, बिहार
यह साक्षात्कार दिसम्बर, 2004 में लिया गया था।
स्रोत- दुइ पाटन के बीच में - कोसी नदी की कहानी
लेखक : दिनेश कुमार मिश्र


हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

More

कोसी नदी अपडेट - कोसी पीड़ित विकास प्राधिकार के तीसरे अध्यक्ष स्वर्गीय डॉ. अब्दुल गफ़ूर से हुई बातचीत के कुछ अंश

कोसी नदी अपडेट - कोसी पीड़ित विकास प्राधिकार के तीसरे अध्यक्ष स्वर्गीय डॉ. अब्दुल गफ़ूर से हुई बातचीत के कुछ अंश

कोसी पीड़ित विकास प्राधिकार के तीसरे अध्यक्ष डॉ. अब्दुल गफ़ूर (अब स्वर्गीय) से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। वह कहते हैं,... मैं पहले तटबन्ध प...
कोसी नदी अपडेट - बिहार की बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष 1966 के महत्वपूर्ण तथ्यों का संकलन

कोसी नदी अपडेट - बिहार की बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष 1966 के महत्वपूर्ण तथ्यों का संकलन

बिहार की बाढ़, सुखाड़ और अकाल का इतिहास लिख रहा हूं। आज 1966 पूरा किया। उसकी एक हल्की सी झांकी यहां शेयर कर रहा हूं। इस साल बाढ़ भी थी और 19...
कोसी नदी अपडेट - 1972 का बिहार अकाल, नवादा निवासी मोहतरमा जैनब बुआ से चर्चा के अंश

कोसी नदी अपडेट - 1972 का बिहार अकाल, नवादा निवासी मोहतरमा जैनब बुआ से चर्चा के अंश

1972 का अकालपत्रकार समी अहमद के सौजन्य से 94 वर्षीया मोहतरमा जैनब बुआ जी, ग्राम पकरी बरावां (तब गया और वर्तमान नवादा जिला) से हुई मेरी बातची...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1966 में बिहार विधानसभा में श्री हरिश्चंद्र झा का वक्तव्य

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1966 में बिहार विधानसभा में श्री हरिश्चंद्र झा का वक्तव्य

बिहार-बाढ़-सूखा-अकाल -1966पिछले साल कमला-बलान नदी के तटबन्ध 21 जगह टूटे थे और इस साल भी तमाम कोशिशों और पैसा बहाने के बाद भी यह तटबन्ध 4 स्थ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल 1975, श्री कृष्ण कांत चौबे से हुई चर्चा के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल 1975, श्री कृष्ण कांत चौबे से हुई चर्चा के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा-अकाल-1975कृष्ण कान्त चौबे, सेवा निवृत्त प्रशासनिक अधिकारी, बिहार सरकार. से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश, जैसा उन्होंने बताया,1...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री फूलेश्वर पासवान से हुई चर्चा के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री फूलेश्वर पासवान से हुई चर्चा के अंश

(बिहार बाढ़-सूखा-अकाल)श्री फूलेश्वर पासवान, ग्राम-अनुमंडल मझौल, जिला बेगूसराय से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश..फूलेश्वर पासवान जी (70) बताते है...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1966-67 में बिहार का भीषण अकाल, श्री गणेश प्रसाद से हुई चर्चा के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1966-67 में बिहार का भीषण अकाल, श्री गणेश प्रसाद से हुई चर्चा के अंश

(बिहार बाढ़-सूखा-अकाल)अदिति-पटना के श्री गणेश प्रसाद (अब स्वर्गीय) से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। गणेश जी ने जय प्रकाश नारायण के सहयोगी के रू...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 2007 में मधुबनी में आई भयंकर बाढ़, प्रो नरेंद्र नारायण सिंह से हुई चर्चा के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 2007 में मधुबनी में आई भयंकर बाढ़, प्रो नरेंद्र नारायण सिंह से हुई चर्चा के अंश

(बिहार बाढ़-सूखा-अकाल)2007 की बाढ़ में मधुबनी में हुई एक हृदय विदारक घटना के संबंध में प्रो नरेंद्र नारायण सिंह 'निराला', अस्पताल रोड, वार्ड ...
कोसी नदी अपडेट - जल संसाधन विभाग का सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण में प्रस्तावित विघटन

कोसी नदी अपडेट - जल संसाधन विभाग का सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण में प्रस्तावित विघटन

हम लोग बहुत दिनों से बिहार सरकार को सुझाते आये हैं कि आपदा प्रबंधन विभाग और जल संसाधन विभाग को एक ही मंत्रालय के अन्दर कर दिया जाये ताकि उन्...
कोसी नदी अपडेट - गांव को गंगा काट रही थी और हम लोग सब कुछ असहाय होकर देख रहे थे

कोसी नदी अपडेट - गांव को गंगा काट रही थी और हम लोग सब कुछ असहाय होकर देख रहे थे

गांव को गंगा काट रही थी और हम लोग सब कुछ असहाय होकर देख रहे थे। ग्राम मौजमाबाद, प्रखंड नारायणपुर, जिला भागलपुर के 62 वर्षीय श्री हरिश्चंद्र ...
कमला-बलान नदी पर बने तटबंधों के पुनर्वास को लेकर कही गई बातें

कमला-बलान नदी पर बने तटबंधों के पुनर्वास को लेकर कही गई बातें

बिहार की कमला-बलान नदी पर दूसरी पंच वर्षीय योजना में उस समय के दरभंगा जिले में जयनगर से दर्जिया तक तटबंध बनाए गये थे। जिसकी वजह से मधुबनी सब...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1966-67 में बिहार का भीषण अकाल

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1966-67 में बिहार का भीषण अकाल

(बिहार बाढ़-सूखा-अकाल)1966-67 में बिहार में भीषण अकाल पड़ा था, जिसकी यादें अभी भी याद बिसरी नहीं हैं। बिहार की बाढ़-सुखाड़ और अकाल के अध्ययन के ...
कोसी नदी अपडेट - कोसी के पूर्वी तटबंध के टूटने की पहली घटना का विस्तृत ब्यौरा, सुशील कुमार झा से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - कोसी के पूर्वी तटबंध के टूटने की पहली घटना का विस्तृत ब्यौरा, सुशील कुमार झा से हुई बातचीत के अंश

कोसी तटबन्धों का निर्माण कार्य 1963 में पूरा हो गया था और बराज का भी निर्माण हो चुका था। दुर्भाग्यवश, नदी का पूर्वी तटबन्ध इसी साल नेपाल मे...
कोसी नदी अपडेट - 1975 की बाढ़-दरभंगा से पटना तक, मीसा में गिरफ्तार आन्दोलनकारी उमेश राय के शब्दों में

कोसी नदी अपडेट - 1975 की बाढ़-दरभंगा से पटना तक, मीसा में गिरफ्तार आन्दोलनकारी उमेश राय के शब्दों में

1975 की बाढ़-दरभंगा से पटना तक-मीसा में गिरफ्तार आन्दोलनकारी उमेश राय की ज़ुबानीइस बाढ़ के बारे में ग्राम मोरों, थाना मोरों, जिला दरभंगा के ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार की सिंचाई नीति के विषय में बिहार विधानसभा में श्री परमेश्वर कुँवर के भाषण का एक अंश (3 अप्रैल, 1964)

कोसी नदी अपडेट - बिहार की सिंचाई नीति के विषय में बिहार विधानसभा में श्री परमेश्वर कुँवर के भाषण का एक अंश (3 अप्रैल, 1964)

राज्य की सिंचाई नीति पर चल रही बहस में कोसी परियोजना के बारे में बात करते हुए नदी के दोनों तटबन्धों के बीच रहने वाले विधायक परमेश्वर कुँवर क...
कोसी नदी अपडेट - मुंगेर जिले की खड़गपुर झील के टूटने का कुफल- परसन्डो गांव की कहानी-1961

कोसी नदी अपडेट - मुंगेर जिले की खड़गपुर झील के टूटने का कुफल- परसन्डो गांव की कहानी-1961

84 वर्षीय शुकरु तांती गांव परसन्डो (टाटा आदर्श ग्राम), प्रखंड खड़गपुर, जिला मुंगेर बताते हैं कि हमारा गांव खड़गपुर झील के नीचे लगभग 4 किलोमी...
कोसी नदी अपडेट - मोकामा टाल - 2.58 करोड़ की योजना (1964) अब 6 अरब के पार

कोसी नदी अपडेट - मोकामा टाल - 2.58 करोड़ की योजना (1964) अब 6 अरब के पार

21 फरवरी, 1964 को बिहार विधानसभा में राम यतन सिंह ने मोकामा टाल परियोजना को तीसरी पंचवर्षीय योजना में शामिल करने का प्रस्ताव किया। उनका कहना...
कोसी नदी अपडेट - नदी में पानी नहीं आया मगर बाढ़ आई, 1964 में चंपारण से पूर्णिया तक आई बाढ़

कोसी नदी अपडेट - नदी में पानी नहीं आया मगर बाढ़ आई, 1964 में चंपारण से पूर्णिया तक आई बाढ़

नदी में पानी नहीं आया मगर बाढ़ आई। 1964 की बात है। बिहार में उस साल गंगा के उत्तरी भाग में चंपारण से लेकर पूर्णिया तक का क्षेत्र बाढ़ से परे...
कोसी नदी अपडेट - बिहार की बाढ़, सूखे और अकाल के इतिहास पर कुछ अनसुलझे प्रश्न

कोसी नदी अपडेट - बिहार की बाढ़, सूखे और अकाल के इतिहास पर कुछ अनसुलझे प्रश्न

बिहार की बाढ़, सूखे और अकाल पर कुछ लिखने की घृष्टता करना मेरा शौक है, पर आज बड़े बुझे मन से कलम उठा रहा हूं।बिहार की बाढ़, सूखे और अकाल का इ...
कोसी नदी अपडेट - कोसी परियोजना से सिंचाई की शुरुआत और नहर का टूटना

कोसी नदी अपडेट - कोसी परियोजना से सिंचाई की शुरुआत और नहर का टूटना

कोसी परियोजना से सिंचाई की शुरुआत-सिर मुंड़ाते ही ओले पड़े।9 जुलाई, 1964 के दिन कोसी की पूर्वी मुख्य नहर से पहली बार सिंचाई के लिये बीरपुर स...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1963 में पहली बार कमला नदी तटबन्ध का काटा जाना

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1963 में पहली बार कमला नदी तटबन्ध का काटा जाना

1963 - जब पहली बार कमला नदी का नवनिर्मित तटबन्ध मधेपुर प्रखंड, जिला दरभंगा में 2 अगस्त के दिन स्थानीय लोगों द्वारा काटा गया।बिहार की बाढ़ और...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1968 में कोसी के पश्चिमी तटबन्ध का टूटना

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1968 में कोसी के पश्चिमी तटबन्ध का टूटना

1968 में कोसी के पश्चिमी तटबन्ध का टूटनाआज 5 अक्टूबर है, आज के ही दिन 1968 में कोसी नदी का अब तक का सर्वाधिक प्रभाव 9.13 लाख क्यूसेक हो गया ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1961 में जिला लखीसराय में आई भयंकर बाढ़ की घटना

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1961 में जिला लखीसराय में आई भयंकर बाढ़ की घटना

आज जिउतिया (जीवित पुत्रिका व्रत ) का पर्व है। इसी दिन 1961 में तत्कालीन मुंगेर (वर्तमान लखीसराय) जिले में एक बहुत ही हृदय विदारक घटना हुई थी...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1975 में पटना में आई बाढ़ की घटना

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1975 में पटना में आई बाढ़ की घटना

पटना की बाढ़ -1975 श्रीमती अम्बिका सिंह, बिहार विद्यापीठ परिसर, पटना से मेरी बातचीत के कुछ अंश.. हम लोगों के यहाँ सदाकत आश्रम, बिहार विद्यापी...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री केदार मिश्र से वार्तालाप के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री केदार मिश्र से वार्तालाप के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा- अकालग्राम/पोस्ट महिषी, जिला सहरसा से मेरी बातचीत के कुछ अंश1960 में बिहार में भयंकर सूखा पड़ा था, जिसे कुछ लोग अकाल भी मानत...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री रवीद्र सिंह से वार्तालाप के अंश, वह बाढ़ नहीं, प्रलय था..

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री रवीद्र सिंह से वार्तालाप के अंश, वह बाढ़ नहीं, प्रलय था..

बिहार में बाढ़, सूखा और अकाल...2 अक्टूबर, 1961 के दिन मुंगेर जिले में मान नदी पर बनी खड़गपुर झील का तटबन्ध टूट गया था, जिससे मुंगेर जिले में ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री सियाराम यादव से वार्तालाप के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री सियाराम यादव से वार्तालाप के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा- अकालश्री सियाराम यादव, आयु 85 वर्ष, भूतपूर्व विधायक, बिहार विधानसभा, ग्राम मोहनपुर, प्रखंड पण्डौल, जिला मधुबनी से हुई मेरी ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, निर्माणाधीन कोसी पूर्वी तटबन्ध की दरार-1956

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, निर्माणाधीन कोसी पूर्वी तटबन्ध की दरार-1956

(बिहार-बाढ़-सूखा-अकाल) निर्माणाधीन कोसी पूर्वी तटबन्ध की दरार-1956बाबूलाल साह, उम्र 83-84 वर्ष, ग्राम बभनी, (अब) जिला सुपौल से हुई मेरी बातच...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री मुन्नर यादव से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री मुन्नर यादव से हुई बातचीत के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा-अकालमुन्नर यादव, 84 वर्ष, ग्राम बहुअरवा, पंचायत लौकहा, प्रखंड सरायगढ़, जिला सुपौल से मेरी बातचीत के कुछ अंश।हम लोग अभी अपने ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री भोला नाथ आलोक से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री भोला नाथ आलोक से हुई बातचीत के अंश

बिहार बाढ़-सूखा - अकालपूर्णिया के ग्राम झलारी के 88 वर्षीय श्री भोला नाथ आलोक से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश।1957 में यहाँ अकाल जैसी स्थितियां...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री केदारनाथ झा से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री केदारनाथ झा से हुई बातचीत के अंश

बिहार बाढ़-सूखा-अकालश्री केदारनाथ झा, आयु 92 वर्ष, ग्राम बनगाँव, प्रखंड कहरा, जिला सहरसा से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश।"उस साल यह पानी तो आश...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री शिवेन्द्र शरण से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री शिवेन्द्र शरण से हुई बातचीत के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा-अकालशिवेंद्र शरण, ग्राम प्रताप पुर, प्रखण्ड और जिला जमुई से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। 94 वर्षीय श्री शिवेंद्र शरण जी स्वत...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, गंडक तटबन्ध की दरार (वर्ष 1949), श्री चंद्रमा सिंह से हुई चर्चा के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, गंडक तटबन्ध की दरार (वर्ष 1949), श्री चंद्रमा सिंह से हुई चर्चा के अंश

गंडक तटबन्ध की दरार-ग्राम मटियारी, जिला गोपाल गंज, 1949चंद्रमा सिंह, ग्राम/पोस्ट मटियारी, प्रखण्ड बैकुंठपुर, जिला गोपालगंज से हुई मेरी बातची...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री कृपाल कृष्ण मण्डल से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री कृपाल कृष्ण मण्डल से हुई बातचीत के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा-अकाल-1949श्री कुणाल कृष्ण मंडल,ग्राम रानीपट्टी, प्रखंड कुमारखंड, जिला मधेपुरा से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश "दोनों धारों के ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री रमेश झा से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री रमेश झा से हुई बातचीत के अंश

बिहार-बाढ़-सुखाड़-अकालश्री रमेश झा, 93 वर्ष, ग्राम बेला गोठ, प्रखंड सुपौल सदर, जिला सुपौल से मेरी बातचीत के कुछ अंश- जेल तो तटबन्धों के भीतर...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1953), पारस नाथ सिंह से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1953), पारस नाथ सिंह से हुई बातचीत के अंश

बिहार- बाढ़- सुखाड़- अकालपारस नाथ सिंह, आयु 86 वर्ष, ग्राम कौसर, पंचायत गभिरार, प्रखंड रघुनाथपुर, जिला – सिवान से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1965), रघुवंश शुक्ल से हुई बातचीत के अंश, भाग - 2

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1965), रघुवंश शुक्ल से हुई बातचीत के अंश, भाग - 2

बिहार- बाढ़ - सुखाड़-अकालरघुवंश शुक्ल, 61 वर्ष, ग्राम जयनगरा, प्रखंड तिलौथु, जिला रोहतास.से हुई मेरी बात चीत के कुछ अंश। भाग - 2सोन नहर का फ़ाय...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1965), रघुवंश शुक्ल से हुई बातचीत के अंश, भाग - 1

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1965), रघुवंश शुक्ल से हुई बातचीत के अंश, भाग - 1

बिहार- बाढ़ - सुखाड़-अकाल रघुवंश शुक्ल, 61 वर्ष, ग्राम जयनगरा, प्रखंड तिलौथु, जिला रोहतास.से हुई मेरी बात चीत के कुछ अंश।1965 में यहाँ सोन बरा...
कोसी नदी अपडेट - ऐसे हुआ था तटबंधों का विस्तार

कोसी नदी अपडेट - ऐसे हुआ था तटबंधों का विस्तार

चीन में ईसा पूर्व 700 वर्ष से ह्वांग हो नदी पर बने बांधों का ज़िक्र आता है। उसके बाद बेबीलोन में कुछ बाँध बने थे। इटली की पो नदी पर पहली शताब...
कोसी नदी अपडेट - बाढ़ राहत और उससे जुड़ा तमाशा

कोसी नदी अपडेट - बाढ़ राहत और उससे जुड़ा तमाशा

आज बाढ़ राहत फिर चर्चा में है। किसे मिली, कितनी मिली, कहाँ गलत आदमी को मिली और कहाँ सही आदमी छूट गया जैसे समाचार सुर्ख़ियों में हैं। आज़ादी के ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1948), परमेश्वर सिंह से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1948), परमेश्वर सिंह से हुई बातचीत के अंश

परमेश्वर सिंह, 86 वर्ष, ग्राम कौसर, पंचायत गभिरार, प्रखंड रघुनाथपुर, जिला सिवान, से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। वह कहते हैं, हमारा घर घाघरा ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1948), गजेंद्र नारायण झा से हुयी बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1948), गजेंद्र नारायण झा से हुयी बातचीत के अंश

खगड़िया के 85 वर्षीय श्री गजेंद्र नारायण झा, ग्राम सोन्हौली, जिला खगड़िया से मेरी बातचीत के कुछ अंश।वह बताते हैं कि, मेरा घर खगड़िया शहर में...
कोसी नदी अपडेट - बिहार के समय पूर्व आई बाढ़, कुछ नहीं बदला है

कोसी नदी अपडेट - बिहार के समय पूर्व आई बाढ़, कुछ नहीं बदला है

बिहार की समय से पहले आई बाढ़-कुछ नहीं बदला है।इस साल बिहार में इस बात की बड़ी चर्चा है कि वर्षा समय से पहले आ गयी और इसलिए उससे निपटने की सर...
कोसी नदी अपडेट - बिहार में बाढ़ के मौसम की शुरुआत और नेपाल का पानी छोड़ना, भाग-2

कोसी नदी अपडेट - बिहार में बाढ़ के मौसम की शुरुआत और नेपाल का पानी छोड़ना, भाग-2

नेपाल के एक ख्यातिलब्ध इंजीनियर और समाज कर्मी अजय दीक्षित ने इस घटना पर कहा कि," नेपाल में कोई संचयन जलाशय है ही नहीं, जिससे पानी छोड़ा जा स...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1962), सुखदेव सहनी से हुयी बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1962), सुखदेव सहनी से हुयी बातचीत के अंश

ग्राम लदौरा, प्रखंड कल्याणपुर, जिला समस्तीपुर के सुखदेव सहनी से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। उन्होंने कहा कि,1962 में मैं सयाना हो गया था और ...

रिसर्च

©पानी की कहानी Creative Commons License
All the Content is licensed under a Creative Commons Attribution 3.0 Unported License.
Terms | Privacy