Koshi River
  • होम
  • जानें
  • रिसर्च
  • संपर्क

दिखने लगा प्रयासों का असर, चमकने लगा हिंडन की सहायक कृष्णी नदी का तल

  • By
  • Koshi River
  • April-06-2018

निर्मल हिंडन अभियान के तहत चलाई जा रही मुहिम का असर थोड़ा ही सही मगर धीरे-धीरे दिखने लगा है. मंजिल अभी दूर है और सफर बेहद लंबा मगर धीरे-धीरे पूरी टीम सकरात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रही है. मेरठ मंडल के मंडलायुक्त डॉ. प्रभात कुमार के निर्देशन में चलाया जा रहा यह अभियान अपने सही रास्ते पर चल रहा है ऐसा हमारा कहना नहीं बल्कि कृष्णी नदी में आए परिवर्तन के बाद लग रहा है. 29 नवंबर को निर्मल हिंडन अभियान की टीम अब तक हुए कार्यों की समीक्षा और उसका असर देखने के लिए हिंडन, कृष्णी नदी और काली पश्चिम नदी पहुंची. इन नदियों का निरीक्षण और उसका सर्वे किया गया साथ ही जगह-जगह पानी के नमूने भी लिए गए और नदी किनारे बसे तीर्थों की महत्ता को भी समझने का प्रयास किया. हिंडन को पंचतीर्थी भी कहा जाता है और यही मकसद था कि इसको हम किस तरह से निर्मल हिंडन अभियान से जोड़कर देख सकते हैं. 

निर्मल हिंडन अभियान के तहत चलाई जा रही मुहिम का असर थोड़ा ही सही मगर धीरे-धीरे दिखने लगा है. मंजिल अ

पूरी टीम जब बरनावा में कृष्णा नदी के किनारे पहुंची तो उनके लिए यह सुखद अहसास था कि कृष्णा नदी जोकि हिंडन की प्रमुख सहायक नदी है उसका तल चमकने लगा है अर्थात पानी के अंदर का भाग दिख रहा था साथ ही इस नदी के पानी को पशु-पक्षी भी पी रहे थे और अपनी प्यास बुझा रहे थे. नदी को पहले से कहीं ज्यादा बेहतर स्थिति में देखकर टीम को अचरज भी हुआ और खुशी भी. वास्तव में पहले यहां का पानी काला और बदबूदार हुआ करता था. पानी की दुर्गंध लोगों को नाक ढकने तक को विवश कर देती थी मगर इतनी जल्दी इस नदी में आए बदलाव को देख टीम काफी उत्साहित दिखी. सर्वे के दौरान टीम को यहां के किसानों ने बातचीत में बताया‌ कि कृष्णी नदी का पानी पहले से काफी बेहतर हुआ है और पानी पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा साफ दिख रहा है. 

निर्मल हिंडन अभियान के तहत चलाई जा रही मुहिम का असर थोड़ा ही सही मगर धीरे-धीरे दिखने लगा है. मंजिल अ

निर्मल हिंडन अभियान कार्यक्रम के तहत मंडलायुक्त डॉ. प्रभात कुमार और टीम के द्वारा उद्योगों से निकलने वाले कचरे और पानी की लगातार निगरानी की जा रही है तथा शहरों और गांव के घरेलू पानी को शोधित करने की योजना पर भी कार्य चल रहा है. ऐसे में कृष्णी नदी का पानी साफ होना एक बेहतर संकेत है. इससे यह भी उम्मीद जगी है कि निरंतर प्रयास में लगे रहने से हिंडन की दूसरी सहायक नदियों के साथ-साथ हिंडन को भी प्रदूषण मुक्त कराने में बहुत हद तक सफल हुआ जा सकता है.

इस दौरान टीम ने पानी के नमूने भी एकत्र किए जहां पहला नमूना हिंडन नदी में जानी स्केप से पानी डलने के महज दो किलोमीटर आगे लिया गया. तो वहीं पुरामहादेव के समीप ही बने हिंडन पुल पर जानी स्केप से हिंडन नदी में पानी डलने से पहले दूसरा पानी का नमूना लिया गया. तीसरा नमूना बड़नावा में स्थित हिंडन नदी के पुल के नीचे से लिया गया. 

निर्मल हिंडन अभियान के तहत चलाई जा रही मुहिम का असर थोड़ा ही सही मगर धीरे-धीरे दिखने लगा है. मंजिल अ

पूरी टीम ने इसके साथ साथ हिंडन के पंचतीर्थी कहे जाने के महत्व को भी समझने की कोशिश की और हिंडन किनारे बसे इन पांचों तीर्थ स्थल का निरीक्षण किया. यह पांच तीर्थ स्थल है बरनावा लाक्षागृह, पुरामहादेव, बालेनी आश्रम, सुराना महादेव और दूधेश्वर महादेव. अपने इस यात्रा में बालैनी के लवकुश आश्रम के महंत ने हिंडन सुधार कार्य में पूर्ण सहयोग देने की बात कही और साथ ही लोगों से भी इसके लिए सहयोग करने की अपील की. वास्तव में हिंडन का पुराना नाम हरनंदी है और लोग इसे मां के तौर पर पूजनीय मानते हैं. ऐसे में निर्मल हिंडन अभियान के तहत लोगों को किस तरह से श्रद्धा के साथ जोड़ा जा सकता है जिससे कि लोग हिंडन को दूषित करने से खुद भी बचें और साथ ही इस अभियान में अपनी भी भूमिका निभा पायें. पूरी टीम का मानना है कि आम लोगों के सहयोग से ही हिंडन और उसकी सहायक नदियों को निर्मल बना पाने का लक्ष्य पूर्ण किया जा सकता है. मेरठ मंडलायुक्त डॉ. प्रभात कुमार और सहारनपुर के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने भी लोगों से अपील की है कि वह नदियों को प्रदूषण मुक्त और इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग दें. इनका भी मानना है कि आम जन के सहयोग से ही हम नदियों को निर्मल बना पाएंगे. सकारात्मक बात यह है कि इस अभियान में लोगों का भी सहयोग मिल रहा है. 

निर्मल हिंडन अभियान के तहत चलाई जा रही मुहिम का असर थोड़ा ही सही मगर धीरे-धीरे दिखने लगा है. मंजिल अ

आपको बताते चलें कि हिंडन की प्रमुख सहायक नदी कृष्णी का उद्गम स्थल सहारनपुर जनपद के दरारी गांव से है और वहां से निकल कर वह शामली और बागपत होते हुए तकरीबन 153 किलोमीटर का सफर तय करके बरनावा में हिंडन नदी में जा मिलती है. 

निर्मल हिंडन अभियान के इस यात्रा में नीर फाउंडेशन के निदेशक रमनकांत त्यागी और साथ ही निर्मल हिंडन के समन्वयक धर्मवीर कपिल मौजूद रहे. इस पूरे अभियान में बैलेटबॉक्सइंडिया की टीम का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है. इस यात्रा के दौरान भी बैलेटबॉक्सइंडिया की टीम मौजूद रही और उसके सीनियर रिसर्चर और जनर्लिस्ट स्वर्णताभ तथा अमित कुमार भी मौजूद रहें.

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

Related Tags

hindon river(17)

More

कोसी नदी अपडेट - जल संसाधन विभाग का सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण में प्रस्तावित विघटन

कोसी नदी अपडेट - जल संसाधन विभाग का सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण में प्रस्तावित विघटन

हम लोग बहुत दिनों से बिहार सरकार को सुझाते आये हैं कि आपदा प्रबंधन विभाग और जल संसाधन विभाग को एक ही मंत्रालय के अन्दर कर दिया जाये ताकि उन्...
कोसी नदी अपडेट - गांव को गंगा काट रही थी और हम लोग सब कुछ असहाय होकर देख रहे थे

कोसी नदी अपडेट - गांव को गंगा काट रही थी और हम लोग सब कुछ असहाय होकर देख रहे थे

गांव को गंगा काट रही थी और हम लोग सब कुछ असहाय होकर देख रहे थे। ग्राम मौजमाबाद, प्रखंड नारायणपुर, जिला भागलपुर के 62 वर्षीय श्री हरिश्चंद्र ...
कमला-बलान नदी पर बने तटबंधों के पुनर्वास को लेकर कही गई बातें

कमला-बलान नदी पर बने तटबंधों के पुनर्वास को लेकर कही गई बातें

बिहार की कमला-बलान नदी पर दूसरी पंच वर्षीय योजना में उस समय के दरभंगा जिले में जयनगर से दर्जिया तक तटबंध बनाए गये थे। जिसकी वजह से मधुबनी सब...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1966-67 में बिहार का भीषण अकाल

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1966-67 में बिहार का भीषण अकाल

(बिहार बाढ़-सूखा-अकाल)1966-67 में बिहार में भीषण अकाल पड़ा था, जिसकी यादें अभी भी याद बिसरी नहीं हैं। बिहार की बाढ़-सुखाड़ और अकाल के अध्ययन के ...
कोसी नदी अपडेट - कोसी के पूर्वी तटबंध के टूटने की पहली घटना का विस्तृत ब्यौरा, सुशील कुमार झा से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - कोसी के पूर्वी तटबंध के टूटने की पहली घटना का विस्तृत ब्यौरा, सुशील कुमार झा से हुई बातचीत के अंश

कोसी तटबन्धों का निर्माण कार्य 1963 में पूरा हो गया था और बराज का भी निर्माण हो चुका था। दुर्भाग्यवश, नदी का पूर्वी तटबन्ध इसी साल नेपाल मे...
कोसी नदी अपडेट - 1975 की बाढ़-दरभंगा से पटना तक, मीसा में गिरफ्तार आन्दोलनकारी उमेश राय के शब्दों में

कोसी नदी अपडेट - 1975 की बाढ़-दरभंगा से पटना तक, मीसा में गिरफ्तार आन्दोलनकारी उमेश राय के शब्दों में

1975 की बाढ़-दरभंगा से पटना तक-मीसा में गिरफ्तार आन्दोलनकारी उमेश राय की ज़ुबानीइस बाढ़ के बारे में ग्राम मोरों, थाना मोरों, जिला दरभंगा के ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार की सिंचाई नीति के विषय में बिहार विधानसभा में श्री परमेश्वर कुँवर के भाषण का एक अंश (3 अप्रैल, 1964)

कोसी नदी अपडेट - बिहार की सिंचाई नीति के विषय में बिहार विधानसभा में श्री परमेश्वर कुँवर के भाषण का एक अंश (3 अप्रैल, 1964)

राज्य की सिंचाई नीति पर चल रही बहस में कोसी परियोजना के बारे में बात करते हुए नदी के दोनों तटबन्धों के बीच रहने वाले विधायक परमेश्वर कुँवर क...
कोसी नदी अपडेट - मुंगेर जिले की खड़गपुर झील के टूटने का कुफल- परसन्डो गांव की कहानी-1961

कोसी नदी अपडेट - मुंगेर जिले की खड़गपुर झील के टूटने का कुफल- परसन्डो गांव की कहानी-1961

84 वर्षीय शुकरु तांती गांव परसन्डो (टाटा आदर्श ग्राम), प्रखंड खड़गपुर, जिला मुंगेर बताते हैं कि हमारा गांव खड़गपुर झील के नीचे लगभग 4 किलोमी...
कोसी नदी अपडेट - मोकामा टाल - 2.58 करोड़ की योजना (1964) अब 6 अरब के पार

कोसी नदी अपडेट - मोकामा टाल - 2.58 करोड़ की योजना (1964) अब 6 अरब के पार

21 फरवरी, 1964 को बिहार विधानसभा में राम यतन सिंह ने मोकामा टाल परियोजना को तीसरी पंचवर्षीय योजना में शामिल करने का प्रस्ताव किया। उनका कहना...
कोसी नदी अपडेट - नदी में पानी नहीं आया मगर बाढ़ आई, 1964 में चंपारण से पूर्णिया तक आई बाढ़

कोसी नदी अपडेट - नदी में पानी नहीं आया मगर बाढ़ आई, 1964 में चंपारण से पूर्णिया तक आई बाढ़

नदी में पानी नहीं आया मगर बाढ़ आई। 1964 की बात है। बिहार में उस साल गंगा के उत्तरी भाग में चंपारण से लेकर पूर्णिया तक का क्षेत्र बाढ़ से परे...
कोसी नदी अपडेट - बिहार की बाढ़, सूखे और अकाल के इतिहास पर कुछ अनसुलझे प्रश्न

कोसी नदी अपडेट - बिहार की बाढ़, सूखे और अकाल के इतिहास पर कुछ अनसुलझे प्रश्न

बिहार की बाढ़, सूखे और अकाल पर कुछ लिखने की घृष्टता करना मेरा शौक है, पर आज बड़े बुझे मन से कलम उठा रहा हूं।बिहार की बाढ़, सूखे और अकाल का इ...
कोसी नदी अपडेट - कोसी परियोजना से सिंचाई की शुरुआत और नहर का टूटना

कोसी नदी अपडेट - कोसी परियोजना से सिंचाई की शुरुआत और नहर का टूटना

कोसी परियोजना से सिंचाई की शुरुआत-सिर मुंड़ाते ही ओले पड़े।9 जुलाई, 1964 के दिन कोसी की पूर्वी मुख्य नहर से पहली बार सिंचाई के लिये बीरपुर स...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1963 में पहली बार कमला नदी तटबन्ध का काटा जाना

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1963 में पहली बार कमला नदी तटबन्ध का काटा जाना

1963 - जब पहली बार कमला नदी का नवनिर्मित तटबन्ध मधेपुर प्रखंड, जिला दरभंगा में 2 अगस्त के दिन स्थानीय लोगों द्वारा काटा गया।बिहार की बाढ़ और...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1968 में कोसी के पश्चिमी तटबन्ध का टूटना

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1968 में कोसी के पश्चिमी तटबन्ध का टूटना

1968 में कोसी के पश्चिमी तटबन्ध का टूटनाआज 5 अक्टूबर है, आज के ही दिन 1968 में कोसी नदी का अब तक का सर्वाधिक प्रभाव 9.13 लाख क्यूसेक हो गया ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1961 में जिला लखीसराय में आई भयंकर बाढ़ की घटना

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1961 में जिला लखीसराय में आई भयंकर बाढ़ की घटना

आज जिउतिया (जीवित पुत्रिका व्रत ) का पर्व है। इसी दिन 1961 में तत्कालीन मुंगेर (वर्तमान लखीसराय) जिले में एक बहुत ही हृदय विदारक घटना हुई थी...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1975 में पटना में आई बाढ़ की घटना

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, 1975 में पटना में आई बाढ़ की घटना

पटना की बाढ़ -1975 श्रीमती अम्बिका सिंह, बिहार विद्यापीठ परिसर, पटना से मेरी बातचीत के कुछ अंश.. हम लोगों के यहाँ सदाकत आश्रम, बिहार विद्यापी...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री केदार मिश्र से वार्तालाप के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री केदार मिश्र से वार्तालाप के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा- अकालग्राम/पोस्ट महिषी, जिला सहरसा से मेरी बातचीत के कुछ अंश1960 में बिहार में भयंकर सूखा पड़ा था, जिसे कुछ लोग अकाल भी मानत...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री रवीद्र सिंह से वार्तालाप के अंश, वह बाढ़ नहीं, प्रलय था..

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री रवीद्र सिंह से वार्तालाप के अंश, वह बाढ़ नहीं, प्रलय था..

बिहार में बाढ़, सूखा और अकाल...2 अक्टूबर, 1961 के दिन मुंगेर जिले में मान नदी पर बनी खड़गपुर झील का तटबन्ध टूट गया था, जिससे मुंगेर जिले में ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री सियाराम यादव से वार्तालाप के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री सियाराम यादव से वार्तालाप के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा- अकालश्री सियाराम यादव, आयु 85 वर्ष, भूतपूर्व विधायक, बिहार विधानसभा, ग्राम मोहनपुर, प्रखंड पण्डौल, जिला मधुबनी से हुई मेरी ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, निर्माणाधीन कोसी पूर्वी तटबन्ध की दरार-1956

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, निर्माणाधीन कोसी पूर्वी तटबन्ध की दरार-1956

(बिहार-बाढ़-सूखा-अकाल) निर्माणाधीन कोसी पूर्वी तटबन्ध की दरार-1956बाबूलाल साह, उम्र 83-84 वर्ष, ग्राम बभनी, (अब) जिला सुपौल से हुई मेरी बातच...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री मुन्नर यादव से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री मुन्नर यादव से हुई बातचीत के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा-अकालमुन्नर यादव, 84 वर्ष, ग्राम बहुअरवा, पंचायत लौकहा, प्रखंड सरायगढ़, जिला सुपौल से मेरी बातचीत के कुछ अंश।हम लोग अभी अपने ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री भोला नाथ आलोक से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री भोला नाथ आलोक से हुई बातचीत के अंश

बिहार बाढ़-सूखा - अकालपूर्णिया के ग्राम झलारी के 88 वर्षीय श्री भोला नाथ आलोक से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश।1957 में यहाँ अकाल जैसी स्थितियां...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री केदारनाथ झा से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री केदारनाथ झा से हुई बातचीत के अंश

बिहार बाढ़-सूखा-अकालश्री केदारनाथ झा, आयु 92 वर्ष, ग्राम बनगाँव, प्रखंड कहरा, जिला सहरसा से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश।"उस साल यह पानी तो आश...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री शिवेन्द्र शरण से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री शिवेन्द्र शरण से हुई बातचीत के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा-अकालशिवेंद्र शरण, ग्राम प्रताप पुर, प्रखण्ड और जिला जमुई से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। 94 वर्षीय श्री शिवेंद्र शरण जी स्वत...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, गंडक तटबन्ध की दरार (वर्ष 1949), श्री चंद्रमा सिंह से हुई चर्चा के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, गंडक तटबन्ध की दरार (वर्ष 1949), श्री चंद्रमा सिंह से हुई चर्चा के अंश

गंडक तटबन्ध की दरार-ग्राम मटियारी, जिला गोपाल गंज, 1949चंद्रमा सिंह, ग्राम/पोस्ट मटियारी, प्रखण्ड बैकुंठपुर, जिला गोपालगंज से हुई मेरी बातची...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री कृपाल कृष्ण मण्डल से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री कृपाल कृष्ण मण्डल से हुई बातचीत के अंश

बिहार-बाढ़-सूखा-अकाल-1949श्री कुणाल कृष्ण मंडल,ग्राम रानीपट्टी, प्रखंड कुमारखंड, जिला मधेपुरा से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश "दोनों धारों के ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री रमेश झा से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, श्री रमेश झा से हुई बातचीत के अंश

बिहार-बाढ़-सुखाड़-अकालश्री रमेश झा, 93 वर्ष, ग्राम बेला गोठ, प्रखंड सुपौल सदर, जिला सुपौल से मेरी बातचीत के कुछ अंश- जेल तो तटबन्धों के भीतर...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1953), पारस नाथ सिंह से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1953), पारस नाथ सिंह से हुई बातचीत के अंश

बिहार- बाढ़- सुखाड़- अकालपारस नाथ सिंह, आयु 86 वर्ष, ग्राम कौसर, पंचायत गभिरार, प्रखंड रघुनाथपुर, जिला – सिवान से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1965), रघुवंश शुक्ल से हुई बातचीत के अंश, भाग - 2

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1965), रघुवंश शुक्ल से हुई बातचीत के अंश, भाग - 2

बिहार- बाढ़ - सुखाड़-अकालरघुवंश शुक्ल, 61 वर्ष, ग्राम जयनगरा, प्रखंड तिलौथु, जिला रोहतास.से हुई मेरी बात चीत के कुछ अंश। भाग - 2सोन नहर का फ़ाय...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1965), रघुवंश शुक्ल से हुई बातचीत के अंश, भाग - 1

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1965), रघुवंश शुक्ल से हुई बातचीत के अंश, भाग - 1

बिहार- बाढ़ - सुखाड़-अकाल रघुवंश शुक्ल, 61 वर्ष, ग्राम जयनगरा, प्रखंड तिलौथु, जिला रोहतास.से हुई मेरी बात चीत के कुछ अंश।1965 में यहाँ सोन बरा...
कोसी नदी अपडेट - ऐसे हुआ था तटबंधों का विस्तार

कोसी नदी अपडेट - ऐसे हुआ था तटबंधों का विस्तार

चीन में ईसा पूर्व 700 वर्ष से ह्वांग हो नदी पर बने बांधों का ज़िक्र आता है। उसके बाद बेबीलोन में कुछ बाँध बने थे। इटली की पो नदी पर पहली शताब...
कोसी नदी अपडेट - बाढ़ राहत और उससे जुड़ा तमाशा

कोसी नदी अपडेट - बाढ़ राहत और उससे जुड़ा तमाशा

आज बाढ़ राहत फिर चर्चा में है। किसे मिली, कितनी मिली, कहाँ गलत आदमी को मिली और कहाँ सही आदमी छूट गया जैसे समाचार सुर्ख़ियों में हैं। आज़ादी के ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1948), परमेश्वर सिंह से हुई बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1948), परमेश्वर सिंह से हुई बातचीत के अंश

परमेश्वर सिंह, 86 वर्ष, ग्राम कौसर, पंचायत गभिरार, प्रखंड रघुनाथपुर, जिला सिवान, से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। वह कहते हैं, हमारा घर घाघरा ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1948), गजेंद्र नारायण झा से हुयी बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1948), गजेंद्र नारायण झा से हुयी बातचीत के अंश

खगड़िया के 85 वर्षीय श्री गजेंद्र नारायण झा, ग्राम सोन्हौली, जिला खगड़िया से मेरी बातचीत के कुछ अंश।वह बताते हैं कि, मेरा घर खगड़िया शहर में...
कोसी नदी अपडेट - बिहार के समय पूर्व आई बाढ़, कुछ नहीं बदला है

कोसी नदी अपडेट - बिहार के समय पूर्व आई बाढ़, कुछ नहीं बदला है

बिहार की समय से पहले आई बाढ़-कुछ नहीं बदला है।इस साल बिहार में इस बात की बड़ी चर्चा है कि वर्षा समय से पहले आ गयी और इसलिए उससे निपटने की सर...
कोसी नदी अपडेट - बिहार में बाढ़ के मौसम की शुरुआत और नेपाल का पानी छोड़ना, भाग-2

कोसी नदी अपडेट - बिहार में बाढ़ के मौसम की शुरुआत और नेपाल का पानी छोड़ना, भाग-2

नेपाल के एक ख्यातिलब्ध इंजीनियर और समाज कर्मी अजय दीक्षित ने इस घटना पर कहा कि," नेपाल में कोई संचयन जलाशय है ही नहीं, जिससे पानी छोड़ा जा स...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1962), सुखदेव सहनी से हुयी बातचीत के अंश

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1962), सुखदेव सहनी से हुयी बातचीत के अंश

ग्राम लदौरा, प्रखंड कल्याणपुर, जिला समस्तीपुर के सुखदेव सहनी से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश। उन्होंने कहा कि,1962 में मैं सयाना हो गया था और ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार में बाढ़ के मौसम की शुरुआत और नेपाल का पानी छोड़ना, भाग-1

कोसी नदी अपडेट - बिहार में बाढ़ के मौसम की शुरुआत और नेपाल का पानी छोड़ना, भाग-1

बिहार में बरसात का मौसम शुरू हो गया है। हर साल की तरह इस बार भी नेपाल द्वारा पानी छोड़ने की बात मीडिया में प्रखर रूप से सामने आ रही है। कुछ ...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1950-52), तपेश्वर भाई से हुयी बातचीत के अंश, भाग - 2

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1950-52), तपेश्वर भाई से हुयी बातचीत के अंश, भाग - 2

तपेश्वर भाई, ग्राम-पो.-जगतपुर वाया झंझारपुर, जिला मधुबनी से हुई बातचीत के कुछ अंश, भाग 2छोटी-छोटी नदियों के सामने बाँध बना कर लोग अपने खेतों...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1950-52), तपेश्वर भाई से हुयी बातचीत के अंश, भाग - 1

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष (1950-52), तपेश्वर भाई से हुयी बातचीत के अंश, भाग - 1

तपेश्वर भाई, 86 वर्ष, ग्राम -पोस्ट जगतपुर, जिला मधुबनी से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश...1950-52 में जो अकाल जैसी हालत हो गयी थी, उस समय धान क...
कोसी नदी अपडेट - बिहार विधान सभा में कर्पूरी ठाकुर का अविस्मरणीय वक्तव्य (वर्ष 1965)

कोसी नदी अपडेट - बिहार विधान सभा में कर्पूरी ठाकुर का अविस्मरणीय वक्तव्य (वर्ष 1965)

बिहार विधान सभा में कर्पूरी ठाकुर का अविस्मरणीय वक्तव्य1965 के फरवरी महीने में बिहार विधान सभा में राज्यपाल अनंत शयनम अय्यंगार का भाषण चल रह...
कोसी नदी अपडेट – गंगा का कटाव शीर्षक के साथ संपादक को लिखा एक आम नागरिक का पत्र (वर्ष 1960)

कोसी नदी अपडेट – गंगा का कटाव शीर्षक के साथ संपादक को लिखा एक आम नागरिक का पत्र (वर्ष 1960)

गंगा का कटाव - इस शीर्षक से यह पत्र मुझे हाल में देखने को मिला। इस गांव का अस्तित्व बचा है या नहीं, मुझे नहीं मालूम। मुमकिन है कि यहां के बा...
कोसी नदी अपडेट - वर्ष 1987 की बाढ़ से हुयी तबाही पर श्रीमती उषा किरण खान से हुआ वार्तालाप भाग -3

कोसी नदी अपडेट - वर्ष 1987 की बाढ़ से हुयी तबाही पर श्रीमती उषा किरण खान से हुआ वार्तालाप भाग -3

1987 में जैसी बाढ़ आयी थी, वैसी बाढ़ वहां पर अभी तक नहीं आयी।पद्मश्री (डॉ.)श्रीमती उषा किरण खान से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश उन्हीं के शब्दों...
कोसी नदी अपडेट - वर्ष 1957 की बाढ़ से हुयी तबाही पर श्रीमती उषा किरण खान से हुआ वार्तालाप, भाग -2

कोसी नदी अपडेट - वर्ष 1957 की बाढ़ से हुयी तबाही पर श्रीमती उषा किरण खान से हुआ वार्तालाप, भाग -2

पद्मश्री (डॉ.)श्रीमती उषा किरण खान के साथ मेरी बातचीत के कुछ अंश -बिहार-बाढ़-सूखा-अकाल, भाग -2मल्लाह अगर रस्सी छोड़ देता तो हम लोगों का क्या...
कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष 1957 की बाढ़ से हुयी तबाही

कोसी नदी अपडेट - बिहार बाढ़, सुखाड़ और अकाल, वर्ष 1957 की बाढ़ से हुयी तबाही

“जिसके पास घर नहीं हैं, उसका पता है सुलतान पैलेस.” पद्मश्री (डॉ.) श्रीमती उषा किरण खान से हुई मेरी बातचीत के कुछ अंश उन्हीं के शब्दों में....

रिसर्च

©पानी की कहानी Creative Commons License
All the Content is licensed under a Creative Commons Attribution 3.0 Unported License.
Terms | Privacy